धनतेरस पर करे राशिनुसार उपाय होगी धन की बरसात
ऐसा करने से आपके जीवन में शुक्र और चंद्र ग्रह का अच्छा प्रभाव पड़ेगा. जिस कारण आपके घर में सुख, समृद्धि का वास होगा.
भगवान कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान देते हुए कहा था, हे अर्जुन! कर्म करो फल की इच्छा न करो. वास्तविकता में हमारे कर्म ही हमारे भाग्य का निर्धारण करते हैं. यह एक ही सिक्के के दो पहलुओं की तरह हैं. कर्म करते हुए हमें भाग्य के महत्त्व को नकारना नहीं चाहिए.
नकरात्मक ऊर्जा
अब यदि आपको यह पता चलता है कि आपकी कुंडली में नवम भाव में कोई ग्रह नहीं है और उस भाव पर किसी ग्रह की दृष्टि भी नहीं पड़ रही है और उस भाव का ग्रह किसी शत्रु भाव में बैठा है तो मतलब यह कि भाग्य सोया हुआ या कमजोर है। ऐसे में उसके यहां सामान्य उपाय बताए जा रहे हैं।
इस राशी के लोग यथासंभव बेल्ट का प्रयोग न करें। अस्पताल में दमे की दवा मुफ्त में दें।
ताम्बे के पात्र में छेद कर के बहते हुए पानी में प्रवाहित करने से भी बुध बलवान होते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक़, यदि आप प्रतिदिन पक्षियों को दाना डालते हैं तो इससे आपके जीवन में खुशहाली आती है और अशुभ ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ता है.
मंदिर की सही दिशा ईशान कोण यानि कि उत्तर-पूर्वी दिशा मानी जाती है.
सड़क से ऊंचा हो प्लॉट : प्लॉट खरीदते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह आसपास बनी रोड़ से ऊंचा हो। सड़क से निचली जगह पर होने वाला प्लॉट अच्छा नहीं माना जाता है और आर्थिक संकट का कारण बनता है।
सौरमंडल के सभी ग्रह कहीं न कहीं हमारे जीवन से भी जुड़े होते हैं। तभी तो इनका प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष असर आयेदिन हमारे जीवन पर पड़ता है। ज्योतिषियों से बात कीजिये तो वो भी यही कहते हैं कि यह ग्रह आपकी कुंडली में अच्छी स्थिति में जिससे आपको शुभ फल मिल रहे हैं और यह ग्रह पीड़ित अवस्था में है जिससे आपको जीवन में तमाम तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
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मां लक्ष्मी धन की देवी है इसलिए उनकी पूजा और आराधना करने से धन वैभव की कमी नहीं रहती और जो भी समस्याएं हैं वह सब समाप्त हो जाती है किस्मत more info चमकाने के आसान उपाय कितने भी करो लेकिन मां लक्ष्मी की पूजा बगैर धन प्राप्ति होना असंभव है। इसलिए मां लक्ष्मी की पूजा प्रतिदिन अवश्य करें
बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप विशेष रूप से विष्णु सहस्त्रनाम, दुर्गा सप्तशती का पाठ, और गणेश जी की पूजा करना विशेष फलदायी बताया गया है। पूजा में गणेश जी को दूर्वा चढ़ाना अति लाभप्रद होगा।